हिलोरें लेते हुए प्रेम के सागर में, कृष्ण नगरी जैसा कोई था धाम हो। हिलोरें लेते हुए प्रेम के सागर में, कृष्ण नगरी जैसा कोई था धाम हो।
इंसानियत इन्सान को, इंसान बना देती है। इंसानियत इन्सान को, इंसान बना देती है।